उत्तराखंड में आए दिन जंगलों में आग की चिंता बढ़ती जा रही है। आपको बता दें की गढ़वाल मंडल के टिहरी ,पौड़ी , उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के जंगल लगातार धधक रहे हैं। ज्यादातर चीड़ के जंगल होने के कारण आग तेजी तेजी से फैल रही है।.वन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे हैं। एक स्थान पर आग बुझाती है तो दूसरे स्थान पर भड़क जाती है। दूसरी तरफ कुमाऊं में जंगलों में लगी आग विकराल होती जा रही है ।शनिवार को नैनीताल की जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद लेनी पड़ी। भीमताल झील से पानी भरकर जंगलों में पानी डालने का काम करवाना शुरू किया गया है। कुमाऊं में जंगल धधक रहे हैं। आग की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। वायु सेवा के हेलीकॉप्टर ने शनिवार की सुबह 7:00 बजे से भीमताल से पानी भरकर जंगल में लगी आग बुझाने का पयास किया। लोगों ने कहा कि भीमताल झील का जलस्तर पहले ही बारिश नहीं होने से कम हो रहा है। कुमाऊं मंडल के जंगलों में लगी आग ने सरकार और वन विभाग की चिंता को भी बढ़ा दिया है। भीमताल में नौकायन, पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, का संचालन नहीं हो पाया है इसके कारोबारी को आर्थिक रूप से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। आज सीएम धामी ने भी जंगलों में लगी आग की रोकथाम और पेयजल व्यवस्था को लेकर एफडीआई में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। उत्तराखंड में विकराल होती जंगलों की आग से पर्यटन कारोबारी की भी चिंता बढ़ गई है । मामले की गंभीरता को देखते हुए हल्द्वानी पहुंचकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जंगलों में लगी आग की रोकथाम और पेयजल व्यवस्था को लेकर एफडीआई के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक में कुमाऊं कमिश्नर वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे शादी अल्मोड़ा चंपावत समिति अन्य जिलों के अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।