देहरादून 26 जुलाई। उत्तरांचल विश्वविद्यालय में आज कारगिल विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ बड़े उत्साह के साथ मनायी गई। विश्वविद्यालय की शौर्य दिवार पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की उपाध्यक्षा सुश्री अंकिता जोशी बतौर मुख्य अतिथि जबकि कुलपति प्रो0 धर्मबुद्धि एवं उपकुलपति प्रो0 राजेश बहुगुणा बतौर विशिष्ट उपस्थित थे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी व छात्र शौर्य दिवार पर उपस्थित हुए। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय की एन0सी0सी0 विंग व लाॅ काॅलेज देहरादून की विधिक सहायता केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के उपकुलपति डा0 राजेश बहुगुणा द्वारा कारगिल युद्ध की विरगाथा का वर्णन किया गया। उन्होनें कहा कि यह दिन कारगिल युद्ध के नायकों को सलाम करने और प्रसिद्ध कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत को चिन्हित करने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में देश के 527 वीर जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और शहीद हुए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की शौर्य दिवार पर लगे परमवीर चक्र विजेताओं के चित्रों पर पुष्पाजंलि देकर शहीदों को नमन किया गया। कारगिल के शहीद अमर रहें, मरणोपरान्त परमवीर चक्र पाने वाले केप्टन विक्रम बत्रा व लेफ्टिनंेट मनोज कुमार पाण्डेय अमर रहे तथा ग्रिनेडियर योगेन्द्र सिह यादव व राइफल मैन संजय कुमार जिन्दाबाद व भारत माता की जय-जयकार से सारा वातावरण गूंज उठा व देशभक्ति से ओत-प्रोत हो गया।
श्रद्धांजलि देने वालो में मुख्य रूप से सुश्री अंकिता जोशी, प्रो0 धर्मबुद्धि, प्रो0 राजेश बहुगुणा, प्रो0 प्रदीप सूरी, प्रो0 अजय सिंह, प्रो0 सुमित चैधरी, प्रो0 श्रवण कुमार, प्रो0 सोनल शर्मा, प्रो0 विकास जखमोला, प्रो0 शरद पाण्डेय, प्रो0 मनीष बडोनी, डा0 अमित भट्ट, डा0 राधेश्याम झा, डा0 रामवीर तंवर, डा0 अभिरंजन दीक्षित, सर्वेेश्वर प्रसाद, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व छात्र उपस्थित थे।