26.7 C
Dehradun
Sunday, July 27, 2025
Google search engine
Homeराज्य समाचारकारगिल विजय दिवस पर सीएम धामी ने कारगिल शहीदों के परिवारजनों को...

कारगिल विजय दिवस पर सीएम धामी ने कारगिल शहीदों के परिवारजनों को किया सम्मानित: सैनिकों के कल्याण के लिए की कई घोषणाएं

सीएम धामी ने परमवीर चक्र विजेताओं की अनुग्रह राशि को 50 लाख से किया ₹1.5 करोड़

शहीदों के परिजनों को मिलने वाली राशि ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिक विश्राम गृह और ईसीएचएस केंद्र की घोषणा

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज कारगिल विजय दिवस शौर्य दिवस के अवसर पर गांधी पार्क, देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों को भी सम्मानित किया एवं राज्य में सैनिक कल्याण से के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।

सीएम धामी ने कार्यक्रम के दौरान चमोली जिले के कालेश्वर में ई.सी.एच.एस (Ex-Servicemen Contributory Health Scheme) एवं सैनिक विश्रामगृह का निर्माण किए जाने और नैनीताल में सैनिक विश्रामगृह बनाए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उपनल के माध्यम से पूर्व सैनिकों को रोजगार के लिए विदेश भेजा जाएगा, जिसमें 50% सिविलियन भी होंगे। उपनल के माध्यम से राज्य में 22500 लोगों को रोजगार दिया जा रहा है जिनकी विनियमितीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।

सीएम धामी ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों को देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि कारगिल की घाटियों, पहाड़ों और हवाओं में भारत के जवानों का दुश्मन के खिलाफ किया गया युद्ध आज भी उसी वेग से गूंज रहा है। कारगिल युद्ध के दौरान भारत के शूरवीरों ने आदमय साहस, उत्कृष्ट रणनीति, आदित्य पराक्रम का परिचय देते हुए दुश्मनों को घुटना टेकने पर मजबूर कर दिया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के जवानों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही उन्हे अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों से लैस किया जा रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किया गया। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से मात्र चार दिनों में पाकिस्तान को घुटनों के बल लाकर खड़ा कर दिया था। ऑपरेशन सिंदूर से दुश्मनों को साफ संदेश दिया गया था कि भारत की बहन -बेटियों के सिंदूर उजाड़ने वालों का नामो निशान मिटा दिया जाता हैं। हमारी सेना दुश्मन की गोली का जवाब गोलो से देती है। उन्होंने कहा कि यह नया भारत है जो दुश्मनों की हर नापाक हरकत का करारा जवाब देता है।

सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वन रैंक- वन पेंशन योजना , नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण , रक्षा बजट में वृद्धि एवं बॉर्डर पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किए जाने से संबंधित कई निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शहीदों के आश्रितों को मिलने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख रुपए से बढ़कर 50 लाख रुपए , परमवीर चक्र से लेकर मेंसन इन डिस्पैच तक सभी वीरता पुरस्कारों से अलंकृत सैनिकों को दी जाने वाली एक मुश्त तथा वार्षिक धनराशि में भी वृद्धि की है। परमवीर चक्र विजेताओं की अनुग्रह राशि 50 लाख से बढ़कर डेढ करोड़ की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में समायोजित किया जा रहा है और इसके लिए आवेदन करने की अवधि को भी दो साल से बढ़ाकर 5 साल कर दिया गया है। राज्य में वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए परिवहन निगम की बसों में यात्रा की निशुल्क व्यवस्था करने के साथ ही सेवारत एवं पूर्व सैनिकों हेतु 25 लाख रुपए तक की संपत्ति की खरीद पर स्टांप ड्यूटी में 25% तक की छूट प्रदान की जा रही है।

इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाएं बहुत मजबूत हुई है। कारगिल युद्ध में सैकड़ो जवान शहीद हुए जिनमें हमारे राज्य के 75 जवान शहीद हुए हैं। इसमें 31 शहीद जवान देहरादून क्षेत्र के हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के अब तक 1831 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें से 1528 जवानों को वीरता पुरस्कार मिला है। 344 विशिष्ट सेवा पदक हमारे उत्तराखंड के वीर जवानों को मिले हैं। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर सैनिकों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा शहीद जवानों के परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने का कार्य किया गया है, जिसके माध्यम से अब तक 37 लोगों को रोजगार मिला है।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजानदास, श्रीमती सविता कपूर, दायित्वधारी श्रीमती विनोद उनियाल, सचिन सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, मेजर जनरल सम्मी सभरवाल से नि, निदेशक सैनिक कल्याण, ब्रिगेडियर अमृतलाल से नि, एमडी उपनल ब्रिगेडियर जे एस बिष्ट से नि, ब्रिगेडियर के जी बहल से नि, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह और अन्य सैन्य अधिकारी पूर्व सैनिक एवं शहीदों के परिवारजन मौजूद रहे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

STAY CONNECTED

123FansLike
234FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest News