विज्ञान धाम के समीप स्थित ठाकुरपुर बस्ती में द रूट्स फाउंडेशन के तत्वावधान में एक भव्य निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। फाउंडेशन की निदेशिका निवेदिता घुघत्याल ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में लगभग 150 लोगों का सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जबकि करीब 75 लोगों के दंत परीक्षण भी किए गए।
उन्होंने बताया कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना तथा उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना था। शिविर के आयोजन में मानवाधिकार सामाजिक न्याय संगठन के निदेशक सचिन जैन एवं अध्यक्ष सुश्री मधु जैन का सहयोग विशेष रूप से सराहनीय रहा।
शिविर में सुभारती अस्पताल की चिकित्सा टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. रवि कंसल एवं डॉ. शाहरुख अख्तर के नेतृत्व में टीम ने मरीजों की जांच की। उनके साथ सुभारती अस्पताल के पीआरओ श्री रविंद्र शर्मा, धर्मेंद्र जी एवं विपुल जी सहित फार्मासिस्ट एवं नर्सिंग असिस्टेंट्स ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया। दंत चिकित्सक डॉ. हर्षित भट्ट ने मरीजों के दांतों की जांच कर उन्हें दंत स्वच्छता एवं दंत-देखभाल के प्रति जागरूक किया।
इस अवसर पर भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी कैप्टन राजेश बाधवा भी शिविर का हिस्सा बने। सभी चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परामर्श के साथ-साथ नशे के दुष्प्रभावों के विषय में भी लोगों को जागरूक किया। इंदिरेश अस्पताल की ओर से निवेदिता एवं विधि दिमारी ने बस्तीवासियों को मानसिक शांति, मौसमी बीमारियों से बचाव तथा दैनिक स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव घर-घर जाकर दिए।
शिविर को सफल बनाने में गोपाल घुघत्याल के योगदान की भी सराहना की गई। चंदन घुघत्याल ने सभी चिकित्सकों को स्मृति-चिह्न भेंट कर उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए आभार व्यक्त किया। मानवाधिकार सामाजिक न्याय संगठन की ओर से सचिन जैन ने स्थानीय स्वयंसेवकों को अंगवस्त्र भेंट किए। वहीं सुभारती अस्पताल की ओर से मरीजों को निःशुल्क दवाइयाँ भी वितरित की गईं।

स्वास्थ्य शिविर के दौरान बस्ती में “भारत माता की जय” के नारों से वातावरण देशभक्ति और उत्साह से भर गया। आयोजकों के अनुसार यह स्वास्थ्य शिविर स्वस्थ भारत के निर्माण की दिशा में एक प्रभावी और सार्थक कदम सिद्ध हुआ। इस अवसर पर सुश्री मधु जैन एवं सुश्री निवेदिता घुघत्याल ने बताया कि भविष्य में इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर उत्तराखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी आयोजित किए जाएंगे।
