देहरादून के रायपुर रोड स्थित सनराइज अकादमी में दो दिवसीय वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया जिसमें गुरु शिष्य परंपरा को बखूबी प्रदर्शित किया गया l कार्यक्रम को स्वर्णिम यात्रा का नाम दिया गयाl
29 नवंबर के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती सुजैन मैन प्रिंसिपल कार्मन स्कूल डालनवाला और विशिष्ट अतिथि थे डॉ डी.पी. एस. गुप्ता प्रिंसिपल गुरु नानक एकेडमी l विद्यालय की निदेशिका पूजा पोखरियाल ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया l इस दिन कक्षा नर्सरी से कक्षा बारह तक के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियाँ दी l इस दिन धन्यवाद ज्ञापन जूनियर कोऑर्डिनेटर श्रीमती प्रीति बख्शी द्वारा दिया गयाl स्वर्णिम यात्रा के तहत गुरु शिष्य परंपरा को दर्शाते हुए गुरु द्रोण और एकलव्य, गौतम बुद्ध और उनके गुरु, कबीर दास और उनके गुरु रामानंद, सावित्रीबाई फुले के गुरु महात्मा ज्योतिबा फुले, विवेकानंद और उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और उनके गुरु ए. जी. हॉग् और डॉक्टर ए.पी.जे अब्दुल कलाम के जीवन में उनके गुरु के महत्व को दर्शाते हुए नृत्य और नाटक प्रस्तुतियां दी गई l
30 नवंबर आयोजन के दूसरे दिन मुख्य अतिथि थे रायपुर क्षेत्र के विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ l विद्यालय की प्रशासनिक अधिकारी मोनिका शर्मा ने मुख्य अतिथि का परिचय पढ़ा l इस आयोजन में देहरादून के प्रतिष्ठित विद्यालयों के प्रिंसिपल भी उपस्थित रहे l इस अवसर पर विद्यालय के प्रशासनिक निदेशक बालकृष्ण चमोली और निदेशक डॉ आर. एम. सक्सेना और अधिवक्ता आर्यन् देव् उनियाल भी उपस्थित थे l
इस अवसर पर सनराइज एकेडमी की चेयरपर्सन श्रीमती विदुषी निशंक ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया और धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय की मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमती पूजा पोखरियाल द्वारा प्रस्तुत किया गया l प्रिंसिपल श्रीमती नीतू तोमर ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की l इस अवसर पर आईसीएसई और आईएससी टॉपर तथा विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया l इस आयोजन में दोनों दिन बड़ी संख्या में अभिभावक भी उपस्थित रहे l उल्लेखनीय है कि डॉ रमेश पोखरियाल निशंक इस कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े रहे और अपना सन्देश भी पढ़ा l
भारतवर्ष में अनादि काल से चली आ रही उत्कृष्ट गुरु शिष्य परंपरा के महत्व को दर्शाना ही इस वार्षिक उत्सव का लक्ष्य था l
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह स्वर्णिम यात्रा वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि गुरु शिष्य का सम्बन्ध आत्मिक होता है l उपस्थित सभी अतिथिगणों ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना की यह सपूर्ण कार्यक्रम मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमती पूजा पोखरियाल के नेतृत्व और निर्देशन मे हुआ
