निनाद महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों ने अपने गीतों से झुमाया
देहरादून। संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित किए जा रहे नौ दिवसीय निनाद महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी और कमला देवी के गीतों पर लोग देर रात तक झूमते रहे। उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति दी।

रविवार शाम सांस्कृतिक केंद्र में विधायक सुरेश गाड़िया, प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, सचिव दिलीप जवालकर, सचिव संस्कृति युगल किशोर पंत, साहित्य, कला परिषद उपाध्यक्ष मधु भट्ट ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

प्रसिद्ध लोक गायिका कमला देवी ने शानदार प्रस्तुतियाँ देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने राजुला-मालूशाही प्रेम गीत सुनाकर शमां बांध दिया। उसके बाद सिंफनी ऑफ़ हिमालयन ने बेहतरीन प्रस्तुतियाँ दीं। विपुल कुमार रे और उनकी टीम की प्रस्तुतियों का लोगों ने जमकर लुत्फ लिया।
गढ़ गौरव नरेंद्र सिंह नेगी ने उत्तराखंड का चार धाम, जय हो बाबा दूदाधारी, नृसिंह अवतरि, फ़्योंली बोलूं कै बुरांश बोलूं, यख पहाडुं मां जड्डू व्हेगे भारी, ठंडो रे ठंडो मेरा पहाड़े की हवा ठंडी, डांडू क्या फूल फुलाला जैसे सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
प्रसिद्ध लोक गायक अनिल बिष्ट ने मेरा बाजुरंगा रंग बिचेरी रंगा ले, प्रतीक्षा बमराड़ा ने भाबर नी जौला और शैलेन्द्र पटवाल ने मायादार हे गीत सुनाए। कार्यक्रम का संचालन गणेश खुगशाल गणि ने किया। इस अवसर पर फिल्म निर्माता सोहन पंवार, कविलास नेगी, विनोद चौहान, सुभाष पांडे समेत बड़ी संख्या में संस्कृति प्रेमी मौजूद रहे।
