फरवरी 2025 को उत्तराखंड मे पहली बार बीजेपी सरकार द्वारा 38वे नेशनल खेल कराएं अच्छी बात है बधाई हो सरकार को अच्छा कार्य किया 1200 करोड़ से अधिक खर्चा हुवा इन्फास्ट्रक्चर खड़ा किया खूब तारीफ हुई हमने भी 23 साल संघर्ष करके खेल नीति और स्पोर्ट्स कोटा लागू कराया समय समय पर धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल किया डॉ रावत 27 सालौ से खिलाडी, कोच और रेफरी बना रहे निश्वार्थ भाव से
सरकार ने हमारी बात स्वीकार की राज्य के खिलाड़ियों के हित के लिए और उत्तराखंड नेशनल मे पदक लेकर भी आया और राज्य खेल फुटबाल मे भी पहली बार रजत पदक लाया जहाँ उत्तराखंड दूर दूर तक कई वर्षो तक क्वालीफाई भी नहीं करता था
38वें नेशनल गेम्स (2025) में उत्तराखंड ने कुल 103 पदक (24 स्वर्ण, 35 रजत, 44 कांस्य) जीते और पदक तालिका में 7वां स्थान हासिल किया, जो उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक प्रदर्शन था, क्योंकि यह पहली बार था जब उन्होंने इतने सारे पदक जीतकर 100 का आंकड़ा पार किया
सरकार ने दो वादे किए थे की पदक विजेताओं को जल्दी पैसा और नौकरी दी जाएगी
सरकार ने 20 करोड़ रुपय खिलाड़ियों को प्रदान किए भारी जोर देने के बाद लेकिन सरकार ने वादा किया था की शीघ्र ही हम सरकारी नौकरी मे नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे डॉ रावत ने दुःख व्यक्त किया और कहा की आज 10 महीने हो गए साल भी खत्म होने जा रहा है लेकिन कोई पहल लगता है कही नजर नहीं आ रही है हमारा खिलाड़ियों से बात हुई अपना नाम ना बताने के लिए कहा हमें कियुकी उनका भविष्य दाव पर है आज भी जो खिलाडी रिवर्स पलायन करके उत्तराखंड से खेले थे इसलिए उत्तराखंड से खेले की उनका भविष्य बनेगा वो बेचारे पुनः दूसरे राज्यों से खेलने वापस चले गए 103 पदक की सरकार ने वाही वाही लूटी और उसका गुणगान पुरे हिंदुस्तान मे फैला रही है अरबों रुपय के प्रचार प्रसार कर लेकिन खिलाड़ियों को समय पर नौकरी नहीं दे पा रही है
उनकी उम्र भी निकलती जा रही है
डॉ रावत ने सरकार से रिक्वेस्ट की है की कृपया करके खिलाड़ियों को मार्च 2026 तक सरकारी नियुक्त पत्र प्रदान कर उनकी मेहनत का फल दिया जाए कियुकी वर्ष 2026 मे 6 महीने के बाद आचार संहिता लागू हो जाएगी जिसके बाद उनको सरकारी आर्डर सरकार नहीं कर पायेगी 2027 मे चुनाव है
क्या सरकार चुनाव का इंतजार कर रही या गुमराह कर रही है
देखना होगा हमारे प्रदेश का खिलाडी गुमराह तो नहीं हो जायेगा
ये समय बतायेगा
