देहरादून। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री की अध्यक्षता में आज सचिवालय परिसर स्थित एफ.आर.डी.सी. सभागार में राज्य की चीनी मिलों के आगामी पेराई सत्र 2025-26 के शुभारम्भ हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर सचिव/प्रबन्ध निदेशक (गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग) प्रकाश चन्द्र दुम्का, आयुक्त (गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग) त्रिलोक सिंह मार्तोलिया, महाप्रबन्धक (उत्तराखण्ड शुगर्स), समस्त चीनी मिलों के प्रधान प्रबन्धक/अधिशासी निदेशक एवं विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।बैठक में मंत्री महोदय ने आगामी पेराई सत्र की सुचारू शुरुआत एवं कुशल संचालन हेतु मिल प्रबन्धकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर मंत्री सौरभ बहुगुणा ने निर्देशित किया कि—सभी चीनी मिलें अपने मरम्मत एवं रख-रखाव कार्य 31 अक्टूबर, 2025 तक पूर्ण करें। नवम्बर के प्रथम सप्ताह में नादेही एवं बाजपुर चीनी मिलों तथा द्वितीय से तृतीय सप्ताह में किच्छा एवं डोईवाला चीनी मिलों का शुभारम्भ सुनिश्चित किया जाए। आगामी पेराई सत्र के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। मिलों की क्षमता के अनुरूप गन्ने की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मशीनरी के अनुरक्षण कार्य इस प्रकार किए जाएं कि पेराई सत्र के दौरान तकनीकी या नो-केन बंदी की स्थिति उत्पन्न न हो। गत वर्ष 2024-25 की तुलना में इस वर्ष कम से कम 65 प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान चीनी मिलें अपने संसाधनों से करें, ताकि राज्य सरकार पर निर्भरता घटे। कृषकों के लिए रहने, शौचालय, पेयजल एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था का पुनः परीक्षण किया जाए। किसानों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु गोष्ठियों का आयोजन किया जाए। राज्य में संचालित कोल्हुओं के संबंध में एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आगामी पेराई सत्र समयबद्ध, पारदर्शी और किसान हित में संचालित हो। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि सभी कार्य निर्धारित समयसीमा में पूर्ण कर लिए जाएं, जिससे प्रदेश के गन्ना कृषकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
