फेक आईडी बनाकर महानिदेशक सूचना के खिलाफ किया जा रहा था भ्रामक प्रचार: अब साइबर सेल करेगी मामले की तहकीकात
डिजिटल सबूतों के आधार पर पुलिस ने शुरू की जांच
देहरादून। सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ चल रहे भ्रामक प्रचार और फेक आईडी बनाकर पोस्ट्स के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने अपनी छवि धूमिल करने की साजिश में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की मांग की है।

डीजी सूचना बंशीधर तिवारी ने पत्र में लिखा है कि “कतिपय व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर मेरी छवि को धूमिल करने की साजिश के तहत बिना किसी तथ्य के आरोप लगाए जा रहे हैं, जिससे मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुँच रही है।” उन्होंने इस मामले में दोषियों की पहचान कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने संबंधित पोस्टों और फेक आईडी के स्क्रीनशॉट भी पुलिस को सौंपे हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने पुष्टि की है कि उन्हें शिकायत प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि मामला साइबर सेल को जांच के लिए सौंपा गया है। जांच में फेक आईडी और पोस्ट के स्रोत का पता लगाया जा रहा है।
सूचना महानिदेशक द्वारा पत्र में यह लिखा गया है कि कुछ लोग सुनियोजित तरीके से उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। शिकायत के साथ उन्होंने पुलिस को इस पूरे अभियान के डिजिटल सबूत भी सौंपे हैं।
सूचना महानिदेशक ने बताया कि कुछ समय से कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर उनके खिलाफ झूठी और भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि विभाग की छवि पर भी सीधा असर डाल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत हो रहा है, ताकि अधिकारियों पर दबाव बनाया जा सके और निर्णयों को प्रभावित किया जा सके।
उन्होंने शिकायत में यह भी उल्लेख किया कि यह मुहिम किसी “गैंग” या लॉबी सिस्टम के जरिए चलाई जा रही है, जो प्रशासनिक अधिकारियों को निशाना बनाकर शासन-प्रशासन का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह की हरकतें आईटी एक्ट और मानहानि कानूनों का उल्लंघन हैं। इसलिए पुलिस से संबंधित सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों पर रोक लग सके।
सूत्रों के मुताबिक, शिकायत मे चैट के अंश एसएसपी कार्यालय ने शिकायत प्राप्त होने की पुष्टि की है और मामला साइबर क्राइम सेल को सौंप दिया गया है। पुलिस अब इन अकाउंट्स की तकनीकी जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि पोस्ट किन उपकरणों और लोकेशन से किए गए। प्राथमिक जांच के बाद संबंधित लोगों पर आईटी एक्ट की धारा 66A, 67 और भारतीय दंड संहिता की मानहानि संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
