देहरादून। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस नैनीताल मे शांतिपूर्ण मतदान मे व्यवधान उत्पन्न करने के लिए उग्र वातावरण बनाना चाहती है और इसका नजारा आज जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान दिख गया है। उन्होंने घटना की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओ के साथ मारपीट की गयी और गुंडागर्दी की गयी। नेता प्रतिपक्ष और वहाँ के विधायक ऐसा वातावरण बना रहे थे उन्हे जवाब देना चाहिए। आखिरकार उनके हाथ मे 15 निर्वाचित सदस्यों के प्रमाण पत्र कैसे हाथ मे आये, क्योकि वह मतदाताओं के हाथ रहने चाहिए थे।
भट्ट ने कहा कि जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख चुनावों में जीत का दावा करने वाली कांग्रेस, नतीजे आने से पहले ही ऐसे पीछे हट गई मानो मैदान में आई ही न हो। जिला पंचायत की 12 सीटों में से सिर्फ 4 पर और ब्लॉक प्रमुख के 89 पदों में से सिर्फ 7 पर उम्मीदवार उतारना… ये किस तरह का चुनावी जोश है? बाक़ी जगह पर हार-जीत तो भाजपा और निर्दलीयों के बीच ही होनी है, कांग्रेस का नाम-ओ-निशान भी नहीं।
इसके बाद भी कांग्रेस आरोप लगा रही है कि भाजपा दल-बल का इस्तेमाल कर रही है। अब भला, जब आप खुद दौड़ में उतरे ही नहीं तो भाजपा पर आरोप लगाना थोड़ा अजीब नहीं लगता? ये तो वैसा हुआ जैसे मैच शुरू होने से पहले ही पवेलियन लौट आना और फिर कहना हमारी हार इसलिए हुई क्योंकि सामने वाली टीम ज़्यादा खेल रही थी।”
असल में, सीएम धामी के विकास कार्यों से घबराई कांग्रेस को शायद पहले ही पता था कि जनता के फैसले का सामना करना मुश्किल होगा। इसलिए मैदान छोड़कर अब दूर से तीर चलाने की कोशिश हो रही है। लेकिन सच यही है कि तीर भी बोझिल हैं और निशाना भी धुंधला हो गया है।