उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा दिनांक 25 मई 2024 को स्कूल के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जा रही दो दिवसीय “वॉटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी” कार्यशाला का देहरादून स्थित यूसर्क सभागार में समापन हुआ।
कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो (डॉ) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा निरंतर विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैँ जिससे विद्यार्थियों के कौशल विकास के साथ साथ अच्छे करियर की दिशा भी प्राप्त हो रही है साथ ही प्रयोगात्मक रूप से सीखने से उनमें वैज्ञानिक अभिरुचि भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जल विज्ञान के महत्त्व को देखते हुए इस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन विद्यार्थियों के लिए किया गया है।
तकनीकी सत्र में यूसर्क वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने “ग्राउंड वाटर मैनेजमेंट एवं रिचार्ज में आईसोटोप टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग” विषय पर व्याख्यान दिया तथा बताया कि प्रदूषण के स्रोत का पता भी इस तकनीकी की सहायता से किया जा सकता है। पानी में हाइड्रोजन, ऑक्सीजन के अलावा कार्बन, नाइट्रोजन, क्लोरीन के विभिन्न आइसोटोप की उपस्थिति एवं उनके भिन्न भिन्न अनुपातों के अध्ययन जल विज्ञान के क्षेत्र बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।
कार्यशाला के दूसरे तकनीकी सत्र में डॉ भवतोष शर्मा ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए 25 प्रतिभागी छात्र छात्राओं द्वारा अपने अपने शिक्षण संस्थान एवं घरों से लाए गए जल नमूनों का विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों की सहायता से परीक्षण करना सिखाया। जल की गुणवत्ता के विभिन्न मानकों नाइट्रेट, फ्लोराइड, कैलसियम, हार्डनेस, क्लोराइड, रेसीडुअल फ्री क्लोरीन, फीकल कोलिफॉर्म, आयरन आदि का परिक्षण करना बताया एवं मानव स्वास्थ्य पर इनके प्रभाव बताये तथा वॉटर ट्रीटमेंट की विधियाँ समझाई।
उपस्थित प्रतिभागियों ने अपने अपने प्रश्नों का समाधान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ भवतोष शर्मा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल ने किया।
कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ मंजू सुन्दरियाल, इं. ओम जोशी, राज दीप जंग, राजीव बहुगुणा, सुषमा कोहली, रुचिका रावत, डॉ प्रियंका त्यागी तथा फूल चंद्र नारी शिल्प गर्ल्स इंटर कॉलेज, एम के पी इंटर कॉलेज, द ओएसिस शिक्षण संस्थान देहरादून, डी ए वी सैंटेनरी पब्लिक स्कूल हरिद्वार के 25 प्रतिभागियों सहित कार्यक्रम में कुल 40 लोग उपस्थित थे।