उत्तराखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने आज परेड ग्राउंड के समीप अपनी मांगों को लेकर पिछले 10 दिनों से खुले आसमान के नीचे ठिठुरती रातें गुजार रहे उपनल कर्मचारियों को राहत पहुँचाते हुए तंबू और टेंट उपलब्ध कराए।
जब राज्य की धामी सरकार कर्मचारियों की आवाज सुनने तक को तैयार नहीं है, तब महिला कांग्रेस ने आगे बढ़कर संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय दिया। सिर पर छत देने के इस मानवीय कदम ने सरकार की उदासीनता को साफ उजागर कर दिया है।
इस दौरान प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष के साथ
मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी,
महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा,
वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल ,
जिला अध्यक्ष पूनम,
काशीपुर महानगर अध्यक्ष पूजा
भी उपस्थित रहीं।
मौके पर महिला कांग्रेस नेताओं की पुलिस-प्रशासन के साथ कड़ी नोकझोंक भी हुई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा कि “सरकार का काम अपनी जनता को सुविधाएँ देना है, न कि आंदोलित कर्मचारियों के प्रति बेरुखी दिखाना।”
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति ने सवाल उठाया कि
“धामी सरकार बताए, 10 दिन से सड़कों पर बैठे कर्मचारियों के लिए उसके पास समय क्यों नहीं? जनता की आवाज सुनना अपराध कब से हो गया?”
गरिमा दसौनी ने कहा कि जब तक उपनल कर्मचारियों की जायज़ मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, कांग्रेस उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी। इस दौरान वहां मौजूद बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों के साथ भी महिला कांग्रेस की नेत्रियों की अच्छी खासी नोक झोंक हुई।
गरिमा मेहरा दसौनी मुख्य प्रवक्ता
उत्तराखंड कांग्रेस
