धरोहर फेस्ट विद्यार्थियों की सृजनशीलता का मंच — डॉ. धन सिंह रावत
सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी में धरोहर फेस्ट–2025 का तीसरा दिन सांस्कृतिक रंगों से सराबोर
सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज में आयोजित चार दिवसीय धरोहर फेस्ट–2025 के तीसरे दिन का कार्यक्रम छात्र-छात्राओं की सांस्कृतिक प्रस्तुति व उत्तराखंड के कलाकारों की प्रस्तुति के नाम रहा। तीसरे दिन के कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार में उच्च शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में तो वहीं उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. आर. के. जैन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि धरोहर फेस्ट विद्यार्थियों की रचनात्मकता और ऊर्जा को मंच प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें अपनी संस्कृति और परंपरा से जोड़े रखने का प्रयास है।

मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री उत्तराखंड सरकार डॉ. धन सिंह रावत ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि धरोहर फेस्ट केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भर नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों की सृजनात्मक सोच, मेहनत और आत्मविश्वास को आकार देने वाला मंच है। उन्होंने कहा कि आधुनिक शिक्षा के दौर में भी अपनी संस्कृति, लोककला और परंपराओं को जीवंत रखना बहुत आवश्यक है, और ऐसे आयोजनों के माध्यम से छात्र-छात्राएं अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं।
डॉ. रावत ने यह उल्लेख करते हुए गर्व प्रकट किया कि सीआईएमएस उत्तराखंड का पहला नर्सिंग कॉलेज है, जिसने अपनी प्रतिष्ठा और परंपरा को वर्षों से उत्कृष्टता के साथ बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि संस्थान ने ना केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराकर सामाजिक उत्तरदायित्व का भी उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उन्होंने संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि छात्रों के समग्र विकास के लिए समय-समय पर ऐसे रचनात्मक और प्रेरणादायक कार्यक्रमों का आयोजन अत्यंत सराहनीय है तथा सीआईएमएस कालेज द्वारा प्रति वर्ष 300 आर्थिक रूप कमजोर विद्यार्थियों को निःशुल्क उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा प्रदान करना एक सराहनीय प्रयास है।
अपने संबोधन में उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे अपनी “धरोहर”—चाहे वह संस्कृति हो, शिक्षा हो या संस्थान की प्रतिष्ठा—को संजोकर रखें और मेहनत, अनुशासन तथा लगन के साथ अपने भविष्य का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि नर्सिंग, पैरामेडिकल और मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, और उत्तराखंड के विद्यार्थी मेहनत करके राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान मजबूत कर सकते हैं।
वहीं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पद्म श्री डॉ. आर. के. जैन ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत प्रयासों के बाद हम उत्तराखंड में पहला नर्सिंग कॉलेज के रूप में सीआईएमएस को लाने में सफल रहे थे। और आज इसे निरंतर आगे बढ़ते देखकर खुशी मिल रही है। संस्थान के विभिन्न बच्चे आज देशभर के कई महत्वपूर्ण संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आप लोग भी खूब मेहनत कर अपने माता-पिता व संस्थान का नाम रोशन करें।
कार्यक्रम में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के निदेशक रमेश चन्द्र जोशी, मैनेजिंग डायरेक्टर संजय जोशी, निदेशक केदार सिंह अधिकारी, अकादमिक निदेशक डॉ. सपना जोशी, बोर्ड डायरेक्टर जानकी जोशी, प्रशासनिक अधिकारी कर्नल (से. नि.) जे.एस. नेगी, उत्तराखंड डिफेंस एकेडमी के डायरेक्टर (से. नि.) मेजर ललित सामंत, सीआईएमएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रधानाचार्य चेतना गौतम, सीआईएमएस कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल के प्रधानाचार्य डॉ. आर. एन. सिंह, स्थानीय पार्षद देवी दयल, आदि शिक्षक एवं कर्मचारीगण उपस्थित 2000 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
