15.2 C
Dehradun
Monday, November 10, 2025
Google search engine
Homeराज्य समाचारअच्छी खबर: तीन दिवसयीय 6वें  DISTF - 2025 महोत्सव 12 से 14...

अच्छी खबर: तीन दिवसयीय 6वें  DISTF – 2025 महोत्सव 12 से 14 नवंबर तक यूकॉस्ट में होगा आयोजित 

 

तीन दिवसयीय 6वें देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव-2025, 12 से 14 नवंबर यूकॉस्ट में होगा आयोजित

देहरादून। आज उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीतीन दिवसयीय 6वें देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव-2025, 12 से 14 नवंबर यूकॉस्ट में होगा आयोजित  परिषद एवं सोसायटी फॉर रिसर्च एंड डेवलेपमेंट इन साइंस टेक्नॉलोजी एंड एग्रीकल्चर (सरादस्ता) ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में तीन दिवसीय छठे देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव-2025 (डीआईएसटीएफ-2025) के विषय में जानकारी दी।
प्रेस कांफें्रस को संबोधित करते हुए यूकॉस्ट के संयुक्त निदेशक एवं डीआईएसटीएफ-2025 के समन्वयक डॉ. डी.पी. उनियाल ने बताया कि 03 दिन तक चलने वाला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का यह महोत्सव उत्तर भारत का सबसे बड़ा महोत्सव है। इस वर्ष इस महोत्सव का आयोजन उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) परिसर में 12 से 14 नवंबर, 2025 तक किया जाएगा। डॉ. उनियाल ने कहा कि देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव अपने आप में एक तरह का अनूठा महोत्सव है। जिसकी शुरूआत 2020 में यूकोस्ट के संरक्षण और मार्गदर्शन में हुई थी। 03 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में 25 से भी अधिक इवेंट्स का आयोजन किया जाएगा, जिसके आयोजन का अनुभव अपने आपमें अनूठा है। इन आयोजन में से 10 आयोजन स्कूली छात्रों के लिए तैयार किए गये हैं। जिनमें साइंस क्विज, मैजिक ऑफ मैथ एंड मैथ क्विज, साइंस पोस्टर कॉम्पीटिशन, मीट द साइंटिस्ट, एयरोमॉडलिंग वर्कशॉप, इलैक्ट्रानिक सर्किट डेवलेपमेंट वर्कशॉप,, वर्कशॉप ऑन रोबोटिक्स, मॉडल रॉकेटरी, अनमैन एयरो व्हीकल (ड्रोन) तथा यंग साइंटिस्ट एंड स्टार्टअप कॉन्क्लेव आदि इवेंट्स शामिल है। इसके अलावा ग्रीन एनर्जी कॉन्क्लेव, बायोटेक्नॉलोजी कॉन्क्लेव, मेडिकल टेक्नॉलोजी कान्क्लेव, रूरल एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्टार्टअप कान्क्लेव, कांफ्रेंस ऑन साइंस, टेक्नॉलोजी एंड एग्रीकल्चर, साइबर सिक्योरिटी काँॅफ्रेंस तथा बौद्धिक संपदा अधिकार वर्कशॉप के अलावा छात्रों के लिए इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित एक विशाल प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े सभी सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों, स्टार्टअप्स, नवाचार एवं प्रौद्योगिकी में कार्य कर रही कंपनियों अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शनी में एक पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें साइंस, इंजीनियरिंग, टेक्नॉलोजी, कृषि, मेडिकल आदि विषयों के प्रकाशक भाग लेंगे। प्रदर्शनी में ही एक फूड फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाएगा। समापन दिवस के अवसर पर टीचर ऑफ द ईयर का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें इस राज्य के प्रतिष्ठित अवॉर्ड वाइस चांसलर ऑफ द ईयर, एक्सीलेंस इन रिसर्च, प्रिन्सिपल ऑफ द ईयर तथा टीचर ऑफ द ईयर अवार्ड प्रदान किए जाऐंगे।
इस अवसर पर यूकॉस्ट के संयुक्त निदेशक डॉ. डी.पी. उनियाल ने कहा कि यह हर्ष और गौरव का विषय है देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव (डीआईएसटीएफ) यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत के मार्गदर्शन में लगातार एक वृहद रूप लेता जा रहा है। डीआईएसटीएफ आयोजन समिति विज्ञान और प्रौद्योगिकी के इस महोत्सव को सफल बनाने तथा देहरादून जिले के सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विविध आयामों तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में हो रहे शोध एवं विकास से रूबरू कराने के लिए एकजुटता से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत के निर्देश से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव के दौरान तीन दिन तक आंचलिक विज्ञान केंद्र सभी के लिए निःशुल्क खुला रहेगा।
डॉ. डी.पी. उनियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 12 नवंबर को इस महोत्सव का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के आर्शीवाद वचनों से होगा। माननीय वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित विशाल प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे तथा उत्तराखंड के विकास में योगदान देने वाले प्रमुख केंद्रीय संस्थानों के प्रमुखों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित करेंगे। 13 नवंबर को ग्रीन एनर्जी कॉन्क्लेव को प्रदेश के प्रमुख सचिव (ऊर्जा, आवास एवं नियोजन) डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम्, आईएएस संबोधित करेंगे तथा साइबर सुरक्षा विषय पर आयोजित कार्यक्रम को प्रदेश के अपर महानिदेशक (सुरक्षा, अभिसूचना एवं जेल) श्री अभिनव कुमार, आईपीएस संबोधित करेंगे। 14 नवंबर को प्रदेश के सचिव (चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा) डॉ. आर राजेश कुमार, आईएएस आधुनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित मेडिटेक-कॉन्क्लेव को संबोधित करेंगे तथा इसी दिन समापन सत्र में प्रदेश के सेतु आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री शत्रुघ्न सिंह, पूर्व आईएएस इस वर्ष के बहुप्रतीक्षित ‘टीचर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड्स का वितरण करेंगे।
छठे देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव-2025 (डीआईएसटीएफ-2025) के समन्वयक एवं वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कैंपस गोपेश्वर के निदेशक प्रो. (डा.) अमित अग्रवाल ने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का लोकप्रियकरण है। इस तरह के आयोजन के माध्यम में नई पीढ़ी में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना प्रमुख उद्देश्य है। पिछले पांच वर्षों में यह प्रयोग बहुत ही सफल रहा। इस वर्ष 300 से अधिक शिक्षण संस्थानों को इस फेस्टिवल के साथ सीधा जोड़ा जाएगा। इस वर्ष 20 हजार से अधिक छात्र एवं विज्ञान प्रेमी इस महोत्सव में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष ग्रीन एनर्जी कॉन्क्लेव और बॉयोटेक्नॉलोजी कॉन्क्लेव के अलावा एक अन्य महत्वपूर्ण मेडिकल टेक्नॉलोजी कॉन्क्लेव का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देहरादून विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव स्कूली छात्रों, शैक्षणिक संस्थाओं, शोध संस्थाओं तथा अन्य सरकारी विभाग के लिए एक मंच है जहां हम अपनी गतिविधियों और उपलब्धियों को प्रदर्शित कर सकते हैं। इसके साथ ही यह मंच पारस्परिक ज्ञान के आदान-प्रदान का उत्कृष्ट मंच है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों के अध्यापकों और छात्रों को इस तीन दिवसीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव का लाभ लेना चाहिए। इस महोत्सव की हर इवेंट अपने आपमें अनूठी है।
आयोजन सचिव डॉ. कुंवर राज अस्थाना ने बताया कि बताया कि कि देहरादून विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष यूकोस्ट की फ्लैगशिप में अयोजित किया जा है। इस वर्ष प्रमुख रूप से ओएनजीसी, पैट्रोलियम एवं ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय (यूपीईएस) भारत सरकार के बॉयोटेक्नोलोजी विभाग, यूजीवीएनएल, यूपीसीएल, उरेडा, टीएचडीसी, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, उत्तराखंड बॉयोटेक्नॉलोजी काउंसिल, सगंध पौधा केंद्र, जैविक उत्पाद परिषद, आईटीडीए, र्स्टाटअप काउंसिल, रनवे इंक्यूबेटर सैंटर, सिडकुल, तकनीकी शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भारतीय चिकित्सा परिषद, स्पेस एप्लीकेशन सैंटर तथा एसटीपीआई, के संयुक्त सहभागिता से यह आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में नॉलेज पार्टनर के रूप में आयुर्वेद विश्वविद्यालय, उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय, डीआईटी विश्वविद्यालय, मायादेवी विश्वविद्यालय, क्वांटम विश्वविद्यालय, जेबी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी, शिवालिक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। डॉ. अस्थाना ने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित प्रदर्शनी में केंद्र एवं राज्य सरकार के 80 से अधिक विभिन्न संस्थान तथा स्टार्टअप्स भाग लेेंगे। साइंस पोस्टर एवं साइंस क्विज में विजेता छात्रों को ऑन द स्पॉट आकर्षक पुरूस्कार प्रदान किए जाएंगे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

STAY CONNECTED

123FansLike
234FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest News