फॉरेस्ट गार्ड एवं वन कर्मी द्वारा गौशाला के लिए टूटी लकड़ी ले जाने पर मांगी थी 40 हजार की रिश्वत
चंपावत। विजिलेंस एवं सरकार द्वारा लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाए जा रहे हैं अब तक भ्रष्टाचार में लिफ्ट कई कर्मचारी एवं अधिकारी विजिलेंस की टीम के हत्या चढ़े हैं। इसी कड़ी में आज हल्द्वानी की सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर हल्द्वानी की टीम ने चम्पावत जिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फॉरेस्ट गार्ड दीपक जोशी और भुवन चन्द्र भट्ट को 20,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई से वन क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्कता बढ़ाने का संदेश गया।
सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर हल्द्वानी की टीम ने रिश्वतखोरी के एक मामले में दो फॉरेस्ट गार्डों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। टीम ने फॉरेस्ट गार्ड दीपक जोशी पुत्र बसन्त बल्लभ जोशी, निवासी ग्राम लटोली, जनपद चम्पावत एवं भुवन चन्द्र भट्ट पुत्र राम दत्त भट्ट, निवासी जूप वार्ड, नियर एम.ई.एस. कैम्प चम्पावत को ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए मस्टा वन बैरियर, ग्राम चौकी, जनपद चम्पावत से पकड़ा।
शिकायतकर्ता को अपनी गौशाला के लिए जंगल में गिरे हुए चीड़ के पेड़ की लकड़ी ले जानी थी। इस दौरान आरोपियों ने उसकी गाड़ी पकड़ ली और डराकर ₹40,000 की मांग की थी। शिकायत के बाद सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने योजना बनाकर छापा मारा और दोनों फॉरेस्ट गार्डों को ₹20,000 लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
