उत्तराखंड में 5 नवंबर को आयोजित होने वाले प्रवासी सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर: सीएम धामी ने दिए जरूरी दिशा निर्देश
देहरादून। 9 नवंबर को उत्तराखंड स्थापना दिवस के 25 पूर्ण होने पर रजत जयंती के अवसर पर सरकार द्वारा कई आयोजन किए जाएंगे। उत्तराखंड रजत जयंती के अवसर पर राज्य में 1 नवंबर से लेकर 9 नवंबर तक अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित होंगे।
राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2024 की तरह इस वर्ष भी प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। 5 नवंबर को दून विश्वविद्यालय में होने वाले इस आयोजन में 600 से अधिक प्रवासियों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिए हैं। राज्य और दुनिया के अलग-अलग कोनों में रहने वाले उत्तराखंड के लोग एक बार फिर से राजधानी देहरादून में जुटेंगे और अपने अनुभव साझा करेंगे।
यह प्रवासी उत्तराखंड की 25 सालों की यात्रा को लेकर अपने-अपने अनुभव लोगों के साथ साझा करेंगे। इसके साथ ही राज्य सरकार को यह प्रवासी सुझाव भी देंगे ताकि राज्य को और भी ज्यादा खुशहाल और आर्थिक रूप से मजबूत किया जा सके ।
पहले सत्र में पर्यावरण को लेकर चर्चा होगी, जबकि दूसरे सत्र में राज्य में शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें अलग-अलग विभागों के अधिकारी तो मौजूद रहेंगे ही साथ-साथ अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले लोग भी प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रवासियों को एक मंच पर लाने और उन्हें अपनी मातृभूमि से सक्रियता से जोड़ने तथा राज्य के विकास में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। पिछले आयोजन के हमारे अनुभव बेहद उत्साहित करने वाले रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित हो रहे इस सम्मेलन के लिए प्रवासी उत्तराखंडियों को सादर आमंत्रित करता हूं। प्रवासी उत्तराखंडियों के सुझाव उत्तराखंड के विकास का रोड मैप तैयार करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
इस साल उत्तराखंड स्थापना दिवस को धामी सरकार रजत जयंती वर्ष के रूप में मना रही है। वहीं उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना दिवस से पहले तीन और चार नवंबर को विशेष सत्र आहूत करने जा रही है। विशेष सत्र के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष मिलकर राज्य के विकास पर चर्चा करेंगे, साथ ही सुझाव देकर भविष्य के रोडमैप पर मंथन किया जाएगा, ताकि उत्तराखंड को देश के उत्कृष्ट राज्यों में अपना स्थान हासिल कर सके।
सरकार द्वारा इस सम्मेलन को करने के लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है।
