आज 11 सितंबर 2024 को वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर संस्थान, गोपेश्वर में “एंटी-ड्रग और महिला सुरक्षा” पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों और समुदाय के बीच नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाना और महिला सुरक्षा के महत्व पर चर्चा करना था।
मुख्य वक्ता चमोली के एस.एच.ओ (स्टेशन हाउस ऑफिसर) श्री राजेंद्र सिंह रावत रहे, जिन्होंने नशे की लत से होने वाले हानिकारक प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नशीली दवाएं न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज के ढांचे को भी कमजोर करती हैं। श्री रावत ने विद्यार्थियों को नशीली दवाओं से दूर रहने की सलाह दी और इस संबंध में पुलिस और प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने महिला सुरक्षा के महत्व पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए समाज को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों और उन्हें सुरक्षित रखने के कानूनी प्रावधानों के बारे में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर संस्थान के कुलसचिव श्री संदीप कंडवाल, अधिष्ठाता छात्र कल्याण श्री अरुण नेगी और संस्थान के समस्त शिक्षकगण भी उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को नशीली दवाओं के खतरे और महिला सुरक्षा के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बीना खाती ने किया, जिन्होंने अपने कुशल संचालन से आयोजन को व्यवस्थित रखा। इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अजैब सिंह द्वारा किया गया, जिन्होंने आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।