आज दून स्कूल के ओबेरॉय हाउस के बी फ़ॉर्म के छात्रों को लैंसडाउन मिडटर्म के दौरान माननीय सिविल जज सुष्री प्रिया साह ने संबोधित किया। सुष्री साह ने वाइसरॉय इन हिमालया होटल में छात्रों को शक्ति और धन के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने बच्चों से उपन्यास पढ़ने और अन्य किताबें पढ़ने की आदत डालने की सलाह दी। उनका कहना था कि लगातार 21 दिनों तक कोई भी काम करने से वह आदत बन जाती है, और आदतें ही फिर हमारा परिचय बनती हैं।
न्यायाधीश साह ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए बताया कि वह स्वयं एक साधारण छात्रा रही हैं और अल्मोड़ा से पढ़ाई करते हुए बी.कॉम, एम.ए. और एल.एल.बी. की पढ़ाई पूरी की। एल.एल.बी. में वे उत्तराखंड टॉपर रही। अपने दादा और पिता, जो कि वकील थे, से प्रेरणा लेकर उन्होंने खुद को प्रेरित किया और पीसीएस जे में उच्च रैंक प्राप्त की।
उन्होंने छात्रों से कहा कि आत्म-प्रेरणा और दृढ़ संकल्प से ही सफलता मिलती है। सुष्री साह ने सफलता के लिए मनोबल और दृष्टिकोण को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने छात्रों से उनके लक्ष्यों और आकांक्षाओं के बारे में पूछा और उनसे उन लक्ष्यों का ध्यान लगाकर मनन करने को कहा।
उन्होंने न्यायिक जागरूकता के बारे में भी बच्चों को जानकारी दी और अपने न्यायिक अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों में अव्वल रहने वाले छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया। उज्जवल और राजवीर को हाइकिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मिला, रेयांश को बर्ड वॉचिंग के लिए और अयान को फोटोग्राफी के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर दून स्कूल के अंजन कुमार चौधरी, मनोज कुमार शर्मा, चंदन घुघत्याल, गाइड ऋषभ मेहरा और व्यवसायी सुमित भाटिया भी उपस्थित थे। : चन्दन घुघत्याल